शनिवार, 2 अगस्त 2025

शिव ही सत्य हैं

सर्वप्रथम मैं समस्त पाठको से क्षमा प्रार्थी हूँ कि मैं इतने अधिक समय तक अनुपस्तिथ रहा।  श्रावण मास से अधिक पवित्र मास कौन सा हो सकता है कि हम इस blog को पुनः शुरू करे। अतः आज भगवान शिव की स्तुति में मेरी ओर से यह तुच्छ भेँट। 

 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Send Feedback/Contact Us